सूरजपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र के तीवरागुड़ी गांव में आपसी विवाद में कुछ लोगों ने एक बोलेरो गाड़ी से कुचलकर पिता-पुत्र की निर्मम हत्या कर दी। इस जघन्य अपराध ने न केवल परिवार को तोड़ दिया, बल्कि पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मृतकों की पहचान नरेश राजवाड़े (60) और उनके बेटे अजय राजवाड़े (26) के रूप में हुई है। यह घटना सोमवार की रात उस समय हुई जब पिता-पुत्र घर लौट रहे थे। इसी दौरान, घात लगाकर बैठे आरोपियों ने उन पर बोलेरो चढ़ा दी, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस की लापरवाही उजागर
इस हत्याकांड के बाद यह बात सामने आई है कि पीड़ित परिवार ने पहले ही पुलिस से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी और पीड़ित परिवार के बीच जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस विवाद में पहले भी दोनों पक्षों के बीच झड़प हो चुकी थी।
मृतक परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने रामानुजनगर थाना प्रभारी को लिखित शिकायत देकर आरोपियों से जान का खतरा होने की बात कही थी, लेकिन थाना प्रभारी ने इसे अनदेखा कर दिया। परिवार का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस ने कार्रवाई की होती तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था।
पुलिस अधीक्षक (SP) ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, पुलिस की लापरवाही के आरोपों पर भी जांच की बात कही गई है।
इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। पीड़ित परिवार और ग्रामीण न्याय की मांग कर रहे हैं। इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पुलिस की अनदेखी कभी-कभी कितनी भारी पड़ सकती है।