जशपुरनगर : ईओडब्ल्यू ने डीएमएफ घोटाले में पत्थलगांव में पदस्थ जनपद सीईओ सहित कोरबा के चार तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। छत्तीसगढ़ डीएमएफ में भ्रष्टाचार को लेकर ईडी की रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने धारा 120 बी और 420 के तहत मामला दर्ज किया है। इन अधिकारियों पर निविदाकारों को अवैध लाभ पहुंचाने का आरोप है।जांच में सामने आया कि डीएमएफ फंड से टेंडर देने के नाम पर बड़ा घोटाला किया गया। निविदा भरने वालों से रकम वसूली गई और उन्हें अनुचित लाभ दिया गया।
जांच में यह भी पता चला कि निविदा राशि का 40 प्रतिशत हिस्सा अधिकारियों के बीच कमीशन के रूप में बांटा गया। सभी आरोपियों को विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया, जहां उनसे पूछताछ के लिए 13 मई तक रिमांड पर लिया गया है। जांच के दौरान यह भी जानकारी मिली कि कोरबा की तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू, जिन्हें निलंबित कर जेल भेजा गया है।
घोटाले में शामिल ये हैं चार अफसर ईडी की रिपोर्ट के आधार पर डीएमएफ घोटाले में कोरबा में पदस्थ रहे तत्कालीन नोडल अधिकारी डीएमएफटी भरोसाराम ठाकुर, तत्कालीन जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी भुनेश्वर सिंह राज, राधेश्याम मिर्झा और पत्थलगांव के जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी वीरेंद्र कुमार राठौर को गिरफ्तार किया गया है। इस घोटाले में पेश किए गए चालान में इन चारों के नाम शामिल हैं।