देश भर में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच अब एसी इस्तेमाल करने वालों को अपना तापमान कंट्रोल करना होगा. केंद्र सरकार जल्द ही एक नया नियम लागू करने जा रही है, जिसके तहत एसी का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम और 28 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा सेट नहीं किया जा सकेगा. यानी अब आप अपने एसी को बेहद ठंडा या जरूरत से ज्यादा गर्म नहीं कर पाएंगे.
कहां-कहां लागू होगा नया नियम?
यह नया नियम घरों, दफ्तरों, दुकानों और गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाले सभी एसी पर लागू होगा. केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस कदम का मकसद बिजली बचाना और पर्यावरण को संतुलित करना है.
क्यों लिया गया ये फैसला?
सरकार का मानना है कि एसी को कम तापमान पर चलाने से बिजली की खपत काफी बढ़ जाती है, जिससे ऊर्जा संकट और पर्यावरणीय समस्याएं बढ़ती हैं. नए नियम से ऊर्जा की बचत होगी, बिजली का बिल कम आएगा और जलवायु परिवर्तन की रफ्तार को काबू करने में भी मदद मिलेगी. मंत्री ने कहा, “कम तापमान पर एसी चलाने से ज्यादा बिजली खर्च होती है और इससे कार्बन उत्सर्जन भी बढ़ता है.” सरकार इसी को नियंत्रित करने के लिए तापमान की सीमा तय करने जा रही है.
जापान और इटली से लिया गया आइडिया
मंत्री खट्टर ने बताया कि इस तरह का नियम पहले से कई देशों में लागू है. जापान में एसी का तापमान 26 डिग्री से कम नहीं किया जा सकता, जबकि इटली में यह सीमा 23 डिग्री तय की गई है. भारत में भी ऐसी ही व्यवस्था जल्द लागू की जाएगी.
फिलहाल एसी कितना ठंडा किया जा सकता है?
अभी बाजार में मिलने वाले अधिकतर एसी 16 डिग्री सेल्सियस तक तापमान सेट करने की सुविधा देते हैं. लेकिन जब सरकार का नया नियम लागू होगा, तो एसी कंपनियों को अपने नए प्रोडक्ट में 20 डिग्री से कम कूलिंग का ऑप्शन देना बंद करना होगा. मतलब साफ है: आने वाले समय में एसी खरीदने वालों को 20 डिग्री से कम और 28 डिग्री से ज्यादा तापमान का विकल्प नहीं मिलेगा.