पहलगाम आतंकी हमले की जाँच में सुरक्षा बलों को एक बड़ी कामयाबी मिली है। हमले के 11 दिन पहले पकड़े गए मददगार ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
गिरफ्तार किए गए मददगार, जिसकी पहचान मोहम्मद यूसुफ के रूप में हुई है (खबरों के मुताबिक), ने कबूल किया है कि उसने न केवल आतंकियों को मोबाइल चार्जर मुहैया कराया था, बल्कि हमले से पहले वह उनसे चार बार मिला भी था।
जाँच एजेंसियों के अनुसार, मोहम्मद यूसुफ पर आतंकियों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट (रसद सहायता) पहुँचाने का आरोप है। उसने आतंकियों को छिपने में मदद की, उन्हें रहने और खाने-पीने की व्यवस्था की। यह खुलासा इस बात की पुष्टि करता है कि पहलगाम में पर्यटकों पर हुए इस जघन्य हमले के पीछे स्थानीय नेटवर्क का सहयोग था।
गौरतलब है कि पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए इस आतंकी हमले में कई निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े एक प्रॉक्सी संगठन ने ली थी। सुरक्षा बल लगातार इस हमले में शामिल आतंकियों और उनके मददगारों पर शिकंजा कस रहे हैं।