रायपुर/दुर्ग। छत्तीसगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां इमरजेंसी सेवा के लिए इस्तेमाल होने वाली ‘महतारी एक्सप्रेस’ (एंबुलेंस) का इस्तेमाल शराब की अवैध तस्करी के लिए किया जा रहा था। पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इस एंबुलेंस से महाराष्ट्र निर्मित 16 पेटी देशी शराब बरामद की है और मौके से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
ऐसे हुआ भंडाफोड़
विश्वस्त सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर, पुलिस ने दुर्ग जिले के एक सीमावर्ती इलाके में नाकाबंदी की। रात के समय, जब एक महतारी एक्सप्रेस (जो कि गर्भवती महिलाओं और नवजातों को अस्पताल ले जाने वाली सेवा है) तेज रफ़्तार से गुज़र रही थी, तो संदेह के आधार पर उसे रोका गया।
एंबुलेंस की तलाशी लेने पर, उसमें कोई मरीज़ या ज़रूरी उपकरण नहीं मिले। इसके बजाय, सीट के नीचे और इमरजेंसी उपकरणों की जगह पर छिपाकर रखी गई 16 पेटी (कार्टन) महाराष्ट्र निर्मित देशी शराब जब्त की गई। जब्त शराब की कीमत और मात्रा काफी ज्यादा बताई जा रही है।
आरोपी गिरफ्तार, ड्राइवर फरार
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूद एक आरोपी (नाम) को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला है कि यह एंबुलेंस एक निजी ऑपरेटर द्वारा चलाई जाती थी और इमरजेंसी सेवा की आड़ में लंबे समय से अवैध शराब का परिवहन किया जा रहा था। एंबुलेंस का ड्राइवर मौके से भागने में सफल रहा, जिसकी तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपी पर आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध कारोबार के पीछे कौन सा बड़ा गिरोह काम कर रहा था और इस एंबुलेंस को तस्करी के लिए किसने उपलब्ध कराया था। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं में एंबुलेंस के दुरुपयोग पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।