नई दिल्ली। ओडिशा से ताल्लुक रखने वाले स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती, जिन्हें पहले डॉ. पार्थसारथी के नाम से जाना जाता था, पर यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के पुराने आरोपों की जानकारी सामने आई है। स्वामी चैतन्यानंद खुद को संत बताते हैं और पिछले लगभग 12 साल से आश्रम में रह रहे हैं।
बताया गया है कि यह पहली बार नहीं है जब उनके खिलाफ ऐसे गंभीर आरोप लगे हैं। वर्ष 2009 में उनके खिलाफ धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद 2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया।
स्वामी चैतन्यानंद के आश्रम और गतिविधियों को लेकर समाज में लगातार सवाल उठते रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस द्वारा जांच की जा रही है और आरोपों की सत्यता का पता लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई जारी है।