अहमदाबाद – अहमदाबाद विमान हादसे की जांच अब तेज हो चुकी है। इस क्रम में हादसे की जांच कर रही एजेंसियां अब उन पायलटों से भी संपर्क करने की कोशिश कर रही है जो पूर्व में इस बोईंग को उड़ा चुके हैं। जांच एजेंसियों ने एयर इंडिया प्रबंधन से उन पायलटों और क्रू मेंबर्स की डिटेल्स मांगी है जो पहले इस विमान के संचालन से जुड़े हुए थे।
विमान में कहीं कोई खराबी तो नहीं?
दरअसल जांच एजेंसियां यह जानना चाहती है कि पिछले 7-8 दिनों में भी दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में कोई खराबी तो नहीं आई थी। क्रू मेंबर्स या पायलट्स ने ऐसी कोई खराबी नोटिस की थी क्या? इससे हादसे की जांच में काफी मदद मिलेगी। फिलहाल राहत की बात ये है कि विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है।
हाई लेवल मल्टी डिपार्टमेंटल कमिटी करेगी जांच
केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मल्टी डिपार्टमेंटल कमिटी एयर इंडिया विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना के कारणों की जांच करेगी। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश भी सुझाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक कमिटी भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समिति एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी और तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देगी।
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाली इस कमिटी में सिविल एविएशन सचिव और गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सदस्य के रूप में शामिल हैं। गुजरात गृह विभाग, गुजरात डिसास्टर रिस्पॉन्स फोर्स, अहमदाबाद पुलिस कमिश्नल, वायुसेना के महानिदेशक (निरीक्षण एवं सुरक्षा), नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के प्रतिनिधि भी समिति का हिस्सा हैं। अन्य सदस्यों में खुफिया ब्यूरो के विशेष निदेशक और फॉरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय के निदेशक शामिल हैं।
एनएसजी की टीम तैनात
इस बीच हादसे वाली जगह पर केंद्रीय और राज्य सरकार की एजेंसियों के अलावा, एनएसजी की एक टीम को तैनात किया गया है। सूत्रों के अनुसार, एनएसजी टीम राहत कार्यों में अन्य एजेंसियों की सहायता के लिए घटनास्थल पर है और उसके पास कोई जांच करने की शक्ति नहीं है। एनएसजी कमांडो को मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में हादसे वाली जगह पर देखा गया। इस जगह पर विमान का पिछला हिस्सा फंसा हुआ है।
बता दें कि बृहस्पतिवार को लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान – बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यह मेघाणीनगर इलाके में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 297 लोगों की मौत हो गई।