हिंदू धर्म में सावन माह को बेहद पवित्र माना गया है, माना जाता है कि यह महीना महादेव को बेहद प्रिय है, इस कारण जो भी भगवान शिव की इस दौरान पूजा-अर्चना करते हैं, वह रोग और तनाव से दूर रहते हैं। पौराणिक कथा की मानें तो सावन में ही देवी पार्वती ने महादेव को अपनी कड़ी तपस्या से प्रसन्न कर पति रूप में प्राप्त किया था। शास्त्रों में भी इस माह की महिमा का वर्णन किया गया है।
मान्यता है कि सावन में भगवान शिव को महज जल चढ़ाया जाए तो वह प्रसन्न होकर भक्त की झोली भर देते हैं। कहा जाता है कि इस समय सृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों में ही होता है, इसलिए सावन में कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे भगवान शिव नाराज हो जाएं। आइए जानते हैं कि कि सावन माह में क्या करें और क्या न करें…
शुभ योग में करें शिव पूजा
11 जुलाई यानी आज से सावन की शुरुआत हो गई है, जो 9 अगस्त तक चलेगी। बता दें कि आज पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र और वैधृति योग का संयोग बन रहा है, जो शिव पूजन के लिए बेहद शुभ माना गया है।
सावन माह में क्या करें
सावन में हो सके तो रोजाना शिव जी को जल अर्पित करें।
साथ ही महादेव की पूजा और व्रत भी करें।
सावन में सात्विक भोजन करें
सावन में जातक को जमीन पर सोना चाहिए।
हो सके तो सावन में रुद्राभिषेक जरूर करें, इससे भगवान शिव का आशीर्वाद मिलेगा।
महादेव को बेलपत्र,धतूरा, भांग और सफेद फूल चढ़ाएं
सावन में क्या न करें
इस माह के दौरान प्याज और लहसुन न खाएं।
भूलकर भी बाल और दाढ़ी न कटवाएं
शिवलिंग की परिक्रमा पूरी न करें
किसी को भी अपशब्द न बोले और कोशिश करें क्रोधित न हों।
शिवलिंग पर नारियल का पानी न चढ़ाएं।
पूरे माह कोशिश करें सिर या शरीर में तेल न लगाएं
तामसिक भोजन से दूर रहें
सावन में दूध का सेवन न करें